नाम : मीरा नंदा
जन्म : 1954
ठिकाण : भारत
व्यावसाय : लेखीका, अकादमिक
प्रारंभिक जीवन :
मिरा नंदा एक भारतीय लेखक और विज्ञान की इतिहासकार है | मीरा नंदा का जन्म भारत मे सन 1954 को हुआ | मीरा नंदा विज्ञान और धर्म पर लिखती है | वह जीव विज्ञान मे प्रारंभिक प्रशिक्षण के साथ विज्ञान की दार्शनिक है | नंदा ने भारतीय प्रौघोगिकी संस्थान दिल्ली से बायेाटेक्नोलॉजी मे पीएचडी प्राप्ता की है | साथ ही उन्होंने विज्ञान और दर्शन की शिक्षा भी ली है | नंदा ने रेंसेलेर पॉलिटेक्निक संस्थान से विज्ञान के अध्यायन मे पीएचडी की है |
कार्य :
मीरा नंदा ने विज्ञान पर हिंदूत्वा , उत्तार आधुनिकवाद और उत्तर आधुनिकता वाद के प्रभाव और छध विज्ञान वैदिक विज्ञान के उत्कर्ष के लिए कई रचनाएँ लिखने का कार्य किया है | मीरा नंदा IISER पूणे मे मानविकी और सामाजिक विज्ञान का एक संकाय के रुपम मे कार्यरित है | मीरा नंदा ने धर्म पर कई काम किए है |
उपलब्धि :
पुरस्कार / सम्मान :
1) मीरा नंदा को सन 2005 से 2007 मे अमेरिकन काउंसिल ऑफ लर्नड सोसाइटीज और जॉन टेम्पलटन फाउंडेशन युएसए से अनुसंधान फैलोशिप प्राप्ता हुई है |
2) वह जेएनयू के जवहरलाल नेहरु इंस्टीटयूट ऑफ एडवांस स्टडीज मे 2009 से 2010 की साथी रही है |
3) मीरा नंदा को उनकी पुस्तक प्रोफेटस फेसिंग बैकवर्ड पोस्टामॉडर्निजम, विज्ञान और हिंदू राष्ट्रावाद के लिए पूरस्कारीत किया गया है |
पूस्तक/ग्रंथ :
1) मीरा नंदालिखित पुस्तक द गॉड मारकेट हाड ग्लोबलायझेशन इस मेकिंग इंडिया मोअर हिंदू यह 2009 मे प्रकाशित हुआ था |
2) उन्होने सन 2003 मे प्रकाशित पुस्तक प्रोफेटस केसिंग बॅकवर्ड लिखा है |
3) ब्रेक्रिग द स्पेल ऑफ धर्मा एंड ऑदर एसेस यह पुस्तक 2002 को प्रकाशित किया गया |
4) उन्होने विज्ञान पर आधारित साइंस इन सॅक्रोन स्केप्टीकल एसेसू ऑन हिस्ट्री ऑफ साइंस यह पूस्ताक लिखा और 2016 मे प्रकाशित हुआ |
5) सन 2003 मे उन्हेांने पोस्टमोडरनिझाम एंड रिलीजीअस फनडमिटलीझाम अ साइंटीफीक रांबुटल टू हिंदू साइंस अन एसे अ रिव्हीव एंड ॲन इनटरव्हीव यह पुस्तक प्रकाशित किया है |