नाम : दिपा कुमार
जन्म दि : 1968 आयू 52 वर्षे
ठिकाण : भारत
व्यावसाय : एसोसिएट प्रोफेसर, लेखक
प्रारंभिक जीवनी :
दिपा कुमार का जन्म भारतमे हुआ था | और 1992 मे अमेरिका चली गई थी | वह सामाजिक न्याय के लिए कई आंदोलनो मे शामिल रही है | कुमारने पीएचडी संचार मे और एक पीएचडी पिटसबर्ग विश्वाविघ्यालय से सांस्कूतिक अध्यायन मे प्रमाणपत्र मिलाया था | उसने बैंगलोर विश्वाविध्यालय भारत मे बीए और एमए किया था |
कार्य :
दिपा कुमार मिडिया स्टीडज और मिडिल ईस्टर्ज स्टउीज रुटर्स यूनिविर्सिटी न्यूजर्सी कि एसोसिएट प्रोफेसर है | इसका काम हमोर युग नवउदारवाद और साम्राजयावाद कि विशेषता वाले प्रमूख मुदद्रो के साथ एक सक्रिय जुडाव से प्रेरित है |
उनकी पहली किताब, आउटसाइड द बॉक्सा कॉरपोरेट मिडिया ग्लोबलइजेशन एंउ द यूपीएस स्ट्राइक नावउदारवाद कि प्रथमिकताओं को प्रभावी ढंग से चुनौती देने मे सामुहिक संधर्षे कि शक्ति के बारे मे है |
यदि नवउदारवादी वेश्वीकरण हमारी उम्र के आर्थिक तर्क कि विशेषता रखता अै | तो आतंक पर युध्दा अपने राजनीतिक तर्क के परिभाषित करने के लिए आया है | कुमार ने 9/11 कि घटना के तुरंत बाद साम्रा्या कि राजनिति मे अपना शोध शुरु किया |
ईस्लामोफोबिया और पॉलिटिक्सा ऑफ एम्पायर शीर्षक से उनकी दुसरी पुस्तक मे देखा गया है , कि साम्रा्या के लक्ष्यों के अनूरुप मुस्लीम दुश्मान को ऐतिहासिक रुप से कैसे संगठित किया गया है |
पूस्तके :
1) इस्लामोफिोबिया और साम्रा्जया कि राजनिती|
2) बॉक्सा के बाहर कॉपोरेट मिडिया वैथ्वीकरण और यूपीएस स्ट्राइक|
3) डैनिश कार्टृन जातिवाद कि कोई जगह नही है |